वैसे तो धरती पर ऐसे बहुत सी वनस्पतियाँ मौजूद है जिनको खाने से हमारे शरीर को तरह-तरह के विटामिन और बाकी पोषक तत्व मिलते है, जो हमारे शरीर के लिए आवश्यक है।
लेकिन कुछ वनस्पतियाँ ऐसी भी है जिसमें बाकी पौधों कि तुलना में आश्चर्यजनक रूप से काफी ज्यादा मात्रा में औषधीय गुण पाए जाते है और उनमें से एक वनस्पति का नाम है, “स्पिरुलिना”।
Hello Friends, स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर आज इस आर्टिकल में हम बात करने जा रहे है, स्पिरुलिना (Spirulina) के बारे में यह क्या है इसके क्या फायदे है? यह क्यों इतना खास है तथा इसमें पाए जाने वाले महत्वपूर्ण तत्वों के बारे में उम्मीद करता हूँ, इससे आपको कुछ सीखने को अवश्य मिलेगा।
DXN spirulina in hindi –
स्पिरुलिना, DXN कंपनी का एक प्रोडक्ट है, DXN एक MLM (Multi Level Marketing) कंपनी है, जो कि स्वास्थ्य पर आधारित उत्पाद बनाती है, DXN स्पिरुलिना, कंपनी की प्रोडक्ट लाइन में सर्वाधिक बिकने वाले उत्पादों में शामिल है, अपने खास गुणों और आश्चर्यजनक पोषक तत्वों से भरपूर आज यह हर व्यक्ति की जरूरत है।
स्पिरुलिना एक स्वास्थ्य क्रांति की तरह है, यह आपको स्वस्थ्य और सुखमय जीवन देने के लिए जाना जाता है, इसे रोजाना अपनी डाइट में शामिल करना आपकी सेहत को बनाने में मदद करता है।
यह एक प्लांथेनिक “नील-हरीत शैवाल” (अंग्रेजी में – एल्गी) या “सिवार” है जिसमें आश्चर्यजनक रूप से ऊँची किस्म के तत्व पाए जाते हैं, यह दुनिया में विटामिन बी 12, एमीनो एसिड, बीटा कैरोटीन और जैन्थोफिल एवं फोटो पिगमेंट्स का सबसे बड़ा स्रोत है, जो इसको खास बनाता है।
स्पिरुलिना जटिल शर्करा, काम्प्लेक्स शुगर और प्रोटीन की कोशिकाओं से मिलकर बना होता है जो कि शरीर में आसानी से हजम हो जाता है, अपनी इस थेरप्यूटिक वैल्यू के कारण इसे शताब्दी का सुपर फूड कहा जा सकता है।
सन् 1983 में पे0 जर्मनीं में आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय फूड ऐक्सपो में इसे बेस्ट नैचुरल फूड का पुरस्कार मिला, इससे पूर्व 1974 में इसे फूड एण्ड एग्रीकल्चर ऑर्गेनाइजेशन F. A.O. कान्फ्रेन्स में “Food for Tomorrow” घोषित किया गया।
स्पिरुलिना शैवाल और बाकी हरे खाद्य जैसे की क्लोरेला एल्गी और बार्ली ग्रास पिछले 25 वर्षों से प्रचलन में आए हैं और सब से ज्यादा स्वीकार्य एवं सबको अच्छे लगने वाले फूड सप्लीमेंट माने जाते हैं, पॉली न्यूट्रिएंट जो कि स्पिरुलिना में पाए जाते हैं वे शरीर के इम्यून सिस्टम को बहुत मजबूती प्रदान करते हैं, रोगों से बचाते हैं और शरीर के कोषों से नशीले-विषैले पदार्थ को बाहर निकालने में बहुत ही प्रभावी सिद्ध हुए हैं।
spirulina kya hai –
1. स्पिरुलिना का अस्तित्व इस धरती पर लगभग 3.5 बिलियन वर्षों से है, स्पिरुलिना एक प्रकार की नील हरित शैवाल (Blue Green Algae) है।
2. सन् 1927 में एक जर्मन वैज्ञानिक डॉ० डार्विन ने सर्वप्रथम स्पिरुलिना के अस्तित्व को पहचाना और इसकी स्प्रिंग के जैसी बनावट तथा आकार को देखते हुए इसे स्पिरुलिना नाम दिया।
3. वर्ष 1962 में, फ्रांस के वैज्ञानिक डॉ0 क्लेमेन्ट ने, रिसर्च के माध्यम से अफ्रीका में भी स्पिरुलिना की उपस्थिति दर्ज की।
4. वर्ष 1973 में, स्पिरुलिना की खोज को ऑफीसियल तौर पर मान्यता दी गई (इण्टरनेशनल प्रोटीन ऑफ माइक्रो ऑर्गेनिज्म कांफ्रेंस) ।
5. वर्ष 1974 में एफ. ए. ओ. (FAO: Food & Agricultural Organization) के द्वारा आयोजित कांफ्रेंस में स्पिरुलिना को “The Best Food for Tomorrow” घोषित किया गया।
6. Food & Drug Association (USFDA) संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा सन् 1981 में स्पिरुलिना को सबसे बेहतरीन पूरक पोषक आहार (The Best Natural Nutritional Supplement) का दर्जा दिया गया।
7. वर्ष 1983 में, पश्चिमी जर्मनी में आयोजित फूड एक्सपो में स्पिरुलिना को “The Best Natural Food” अवार्ड दिया गया, इण्टरनेट पर स्पिरुलिना से सम्बन्धित 40,90,000 से भी अधिक वेबपेज देखे जा सकते है, जहां से इसके बारे और भी जानकारियाँ ली जा सकती है।
स्पिरुलिना में पोषक तत्व –
स्पिरुलिना में 12 विटामिन्स, 11 मिनरल्स, 4 जरूरी पिग्मेंट्स, 8 जरूरी फैटी एसिड पाए जाते हैं। इसमें 65 प्रतिशत प्रोटीन और बाकी जरूरी एन्जाइम्स भी भरपूर मात्रा में है जो कि शरीर में आसानी से पच जाते हैं।
बीटा- कैरोटीन और जी. एल. ए. की मात्रा स्पिरुलिना में सबसे अधिक पाई जाती है। विटामिन बी की सम्पूर्ण श्रेणी, मिनरल्स, ट्रेस एलीमेंट्स क्लोरोफिल, सॅले- लिपिड, फाइकोसायनिन, एस. ओ. डी. आर. एन. ए. जैसे पोषक तत्व भी स्पिरुलिना में भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।
स्पिरुलिना में मौजूद विटामिन –
इसमें विटामिन ए का प्रीकर्सर अर्थात् बीटा कैरोटीन, विटामिन बी, थायमिन, बी 3 रीवोप्लाविन, बी6, नियासिन, बी12, विटामिन ई, आइनोसिटॉल, वायोटिन और फॉलिक एसिड आदि विटामिनों की विविध श्रृंखला प्रचुर मात्रा में पाई जाती हैं।
आसानी से पच जाने वाले प्रोटीनों के साथ साथ स्पिरुलिना में 18 एमिनो एसिड, ओमेगा3 और 6, K-14, एसेंशियल फैटी एसिड और मोनोटानिक श्रेणी के एसिड भी पाए जाते हैं।
जापान और अमेरिका के शोध में दिखाया गया है कि स्पिरुलिना में प्राकृतिक कणिकायें अधिक मात्रा में मिलती हैं। ये है- क्लोरोफिल, बीटा-कैरोटीन, जैन्थोफिल और फाइकोसायनिन।
क्लोरोफिल –
यह एनीमिया व थकान दूर करने के लिए तंत्रिका तंत्र के लिए उपयोगी है। यह बायोकैटलिस्ट का कार्य करता है।
स्पिरुलिना में 1.1 प्रतिशत क्लोरोफिल होता है, जो प्राकृतिक भोज्य पदार्थ में सबसे अधिक मात्रा में पाया जाता है।
ये पाचन क्रिया को स्वस्थ बनाने में बहुत असरदार है। इसके अतिरिक्त प्राकृतिक क्लोरोफिल की अधिकता उपापचय (जैव उत्प्रेरक) की दर को बढ़ाती है।
बीटा कैरोटीन –
आँखों की रोशनी बढ़ाने के लिए प्रभावशाली है तथा कैंसर व ट्यूमर की सम्भावना को भी कम करता है। बीटा कैरोटिन विटामिन ए की कर्मी से होने वाले सभी रोगों जैसे- रतौंधी, रूखी त्वचा, कॉर्निया के जेरोसिस और लेबिया ओरिब आदि से बचाव में सहायक है।
100 ग्राम सूखी स्पिरुलिना में 50 मिग्रा0 कैरोटिन होती है जो कि आसानी से विटामिन ए में बदल जाती है।
जैन्थोफिल –
यह भी शरीर में कैंसर की सम्भावना को कम करता है।
फाइकोसायनिन –
यह अल्सर तथा खूनी बवासीर से राहत दिलाता है तथा रोग प्रतिरोधक शक्ति का विकास करता है, पुरुषत्व हार्मोन यानी प्रोस्टाग्लैंडिन को बनाने वाला लिनोलेनिक एसिड स्पिरुलिना में भरपूर मात्रा में मिलता है।
जापान की एक रिपोर्ट के मुताबिक 45 प्रतिशत लोग स्पिरुलिना को पोषक आहार के रूप में लेते हैं और 22 प्रतिशत लोग इसके उत्तम प्रभाव के कारण डायबिटिज के रोग से बचाव के लिए सेवन करते हैं।
स्पिरुलिना में कैल्शियम, आयरन, मैग्नीज, जिंक, कॉपर आदि तत्व पाए जाते हैं। जो शरीर को रोगों से लड़ने की शक्ति प्रदान करते हैं तथा शरीर की सभी क्रियाओं को सामान्य अवस्था में कार्य करने हेतु प्ररित करते हैं।
इसके अतिरिक्त इसमें सेलिनियम की पर्याप्त मात्रा होने से मासपेशियां मजबूत होती हैं, तथा बाल टूटना व झड़ना बन्द हो जाता है।
स्पिरुलिना में विटामिन A, B1, B2, B3, B6, B12, C (एसकार्बिक एसिड), D, E निकोटिनिक एसिड, फॉलिक एसिड, पेन्टोथिनिक एसिड, आइनोसिटॉल व बायोटिन अर्थात विटामिन H पाया जाता है, जो कि शरीर की वृद्धि के लिए अति आवश्यक है। इन सभी विटामिनों की कमी से अनेक रोग जन्म लेते हैं।
स्पिरुलिना में सक्रिय एन्जाइम होते हैं जो कि त्वचा को कांतिवान बनाए रखते हैं। स्पिरुलिना से पुरानी अन्दरूनी चोटों की हीलिंग भी होती है।
स्पिरुलिना में ‘आयरन’ और ‘विटामिन बी’ की इतनी अधिक मात्रा पाई जाती है कि 10 ग्राम स्पिरुलिना 4500 ग्राम पालक या 300 ग्राम लीवर (माँस) के बराबर होती है।
स्पिरुलिना में पाए जाने वाले पॉलीसेकेराइड्स शरीर के इम्यूनोलॉजिकल फंक्शन को जैसे जगा देते हैं, उसकी कार्य क्षमता को बढ़ा देते हैं, इस प्रकार से ये शरीर की कोशिकाओं को जल्दी मरने से बचाते हैं।
DXN Spirulina Benefits in Hindi –
स्पिरुलिना का लम्बे समय से एक प्राकृतिक स्वस्थ भोजन के रूप में प्रयोग किया गया है, यह प्राकृतिक पोषक, थैरेप्यूटिक वैल्यू खाद्य पदार्थ है।
यह बिना किसी नुकसान के लम्बे समय तक लिया जा सकता है, इसमें कोई टॉक्सिक द्रव नहीं पाया जाता तथा इसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं है।
बहुत से रोगियों पर स्पिरुलिना का चमत्कारी चिकित्सकीय प्रभाव देखा गया है, अमेरिका के डाक्टर रैग्नर वर्ग के अनुसार मनुष्य को प्रत्येक दिन भोजन में 80 प्रतिशत क्षारीय भोज्य पदार्थ तथा 20 प्रतिशत अम्लीय भोज्य पदार्थ लेना चाहिए।
स्पिरुलिना एक अति क्षारीय समुद्री खरपतवार भोजन है, यह कमजोर व अम्लीय शरीर की परिस्थितियों को स्वस्थ व क्षारीय परिस्थिति में बदलता है। जिससे बहुत से आधुनिक रोग जैसे-मधुमेह, हृदय रोग, अत्यधिक तनाव, गठिया एवं कैंसर इत्यादि से बचा जा सकता है।
साधारण प्रतिरोधक क्षमता की वृद्धि स्पिरुलिना में अत्यधिक पोषक तत्व होते हैं जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा कर छूत की बीमारियों से बचाने में मदद करता है।
जापान की एक चिकित्सालय शोध रिपोर्ट के अनुसार स्पिरुलिना आंतों में लैक्टोबैसिल्स का निर्माण करता है जिससे मानव शरीर में इसके तीन प्रमुख लाभ हैं-
- बेहतर पाचन व पोषक तत्वों के बेहतर अवशोषण में सहायक है।
- छूत की बीमारीयों व इंफेक्शन आदि से बचाव करता है।
- रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि करता है।
कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए –
स्पिरुलिना में गामालिनोलिनिक एसिड (GLA) होता है। यह एक वसीय लवण है जो रक्त सम्बन्धी (परिसंचरण तंत्र की) बीमारियों को दूर करने में सहायता करता है।
स्पिरुलिना के प्रयोग से रक्त में कॉलेस्ट्राल की मात्रा में कमी आती है। इससे हृदय धमनियों से जुड़े रोगों से बचाव होता है, मनोवैज्ञानिक स्थिति भी ठीक रहती है।
स्पिरुलिना में वनस्पतिक प्रोटीन होते हैं जो इसमें पाए जाने वाले विटामिन B6 तथा मैग्नीशियम के साथ मिलकर ‘कोलाइन’ का संश्लेषण करता है जो यकृत (लीवर) के कार्यों को मजबूती और सुरक्षा प्रदान करता है।
विटामिन खनिज लवण और प्राकृतिक रेशे –
स्पिरुलिना में उत्तम प्राकृतिक रेशों विटामिन B6 और मैग्नीशियम की अधिक मात्रा पाई जाती है, ये उनके लिए लाभदायक है जो नजला जुकाम और कब्ज से पीड़ित है।
स्पिरुलिना विटामिन B12 का एकमात्र शाकाहारी स्रोत है, अतः शाकाहारियों के लिए विटामिन B12 लेने का सर्वोत्तम साधन है।
तमाम प्रयोगों व जाँच के बाद यह तथ्य सामने आया है कि एक ग्राम स्पिरुलिना में जितने पोषक तत्व हैं वे एक क्रिया हरी सब्जी के बराबर हैं। और यही कारण है कि स्पिरुलिना से बना आहार और फूड सप्लीमेंट की आज विश्व में बड़ी माँग है।
डी. एक्स.एन. स्पिरुलिना की विशिष्ट विशेषताएँ –
1. स्पिरुलिना में गाय के दूध से भी 14 गुना अधिक पोषक तत्व पाये जाते हैं, इसमें सोयाबीन से 2 गुना अधिक तथा अण्डे से 6 गुना अधिक प्रोटीन्स पाये जाते हैं।
2. स्पिरुलिना विटामिन बी12 का एकमात्र शाकाहारी स्रोत है, विटामिन बी12 खून के निर्माण के लिए जरूरी तत्व होता है।
3. इस धरती पर सबसे अधिक क्लोरोफिल (Known as Green Blood) स्पिरुलिना में पाया जाता है, स्पिरुलिना 100 प्रतिशत क्षारीय भोजन है जो कि हमारे शरीर के (PH) को सन्तुलित बनाये रखता है।
स्पिरुलिना में पाए जाने वाले न्यूट्रिशंस की अन्य खाद्य पदार्थों से तुलना, DXN स्पिरुलिना के 20 टैबलेट या कैप्सूल में पाए जाने वाले न्यूट्रीशन नीचे दिए गए खाद्य पदार्थों की वजन में मात्र के बराबर है –
प्रोटीन 65% | विटामिनA 12 mg | विटामिनB1 0.24mg | विटामिनB6 3.6 mg | विटामिनB12 3.64 mg | आयरन 2.7mg | मैग्नीशियम 13.2 mg | कैल्शियम 7.5 mg |
पीनट 25.8% | एप्पल110kg (550friuts) | एग-300g (6 pieces) | पंपकीन-60g | एग-210g (4 Pieces) | apple-2.7kg | कैप्सिकम-85g | अंगूर-125g |
सोया 15% | हर मटर 5 kg | दूध-600g | एप्पल-1.2kg | दूध-1.2kg | लेमन 1.4 kg | स्ट्राबेरी-79g | चावल-750g |
चिकन 21.39% | चिकन 5.6 kg | आलू-218g | ब्रेड-90g | केला-900g | ब्रेड- 55g | टमाटर-83g | |
एग 12.58% | बंदगोभी 37 kg | चावल-1.2kg | एग-33g | गाजर-338g | आलू-67g |
DXN स्पिरुलिना प्राइस –
DXN स्पिरुलिना, कैप्सूल, टैबलेट तथा पाउडर के रूप में मिलता है, इसके अलावा ऐसे कई प्रोडक्ट है जिसमें स्पिरुलिना कुछ मात्र में मौजूद है।
स्पिरुलिना कैप्सूल और टैबलेट 120 और 360 के पैक में आते है, नीचे इन टेबल में इसके DP, MRP, PV और SV के बारे में जानकारी दी गई है।
S. | Product | DP | MRP | SV | PV |
1. | DXN Spirulina Cpsule 120’s | 440 | 545 | 245 | 160 |
2. | DXN Spirulina Cpsule 360’s | 1260 | 1570 | 645 | 500 |
3. | DXN Spirulina Tablet 120’s | 440 | 545 | 245 | 160 |
4. | DXN Spirulina Tablet 360’s | 1260 | 1570 | 645 | 160 |
5. | DXN Spirulina Powder 50g | 595 | 735 | 315 | 235 |
यदि आप सीधे स्पिरुलिना नहीं लेना चाहते है, तो इस तरह के प्रोडक्ट जिसमें स्पिरुलिना मौजूद हो उसे ले सकते है, नीचे इस टेबल में कुछ ऐसे प्रोडक्ट है, जिसमें स्पिरुलिना मौजूद है, साथ ही इनके DP, MRP, PV और SV की जानकारी दी गई है।
S. | Product | DP | MRP | SV | PV |
1. | DXN Spirulina Cereal | 645 | 0 | 300 | 235 |
2. | Bajral/Pearl Millet Spirulina | 155 | 185 | 60 | 45 |
3. | Bajral/Pearl Millet Spirulina (Family Pack) | 1380 | 1660 | 580 | 400 |
Disclaimer – कृपया ध्यान दें, इस आर्टिकल में दी गई जानकारी में मौजूद आँकड़ें, DXN स्पिरुलिना के बारे में है न कि किसी अन्य ब्रांड के, ये आँकड़ें कंपनी के हैंडबुक तथा अन्य स्रोतों से लिए गए है, DXN एक MLM कंपनी है, इसके साथ हम पिछले लगभग 13 सालों से जुड़े हुए है और स्पिरुलिना को यूज कर रहे है, इसलिए कुछ जानकारी खुद के अनुभवों के आधार पर दी गई है।
नोट- DXN स्पिरुलिना कोई दवा अथवा ड्रग नहीं है, बल्कि एक उन्नत पूरक पोषक आहार है, यह हमारे शरीर के लिए आवश्यक पोषक तत्वों की पूर्ति करता है, DXN स्पिरुलिना पूरी तरह से सुरक्षित है तथा DXN स्पिरुलिना का अधिक मात्रा में सेवन करने पर भी कोई दुष्प्रभाव नहीं करता, DXN स्पिरुलिना किसी भी चिकित्सकीय सलाह को प्रतिस्थापित नहीं करता तथा इसके द्वारा किसी रोग विशेष को ठीक करने का कोई दावा नहीं किया जाता है।
DXN के अन्य प्रोडक्टस के बारे में पढ़ें –
डीएक्सएन साबुन के फायदे
डीएक्सएन RG GL के फायदे
डीएक्सएन चाय के फायदे
डीएक्सएन टूथपेस्ट के फायदे
डीएक्सएन नोनी के फायदे
डीएक्सएन गैनोडर्मा के फायदे
डीएक्सएन प्रोडक्टस लिस्ट
Summary –
स्पिरुलीना को आज के समय में धरती पर सुपरफूड के रूप में जाना जाता है, इसके कितने फायदे है, ये हमने इस लेख के माध्यम से जाना, यदि आप स्वस्थ्य जीवन चाहते है तो इसे अपनी डाइट में जरूर शामिल करें, इसका फर्क आपको कुछ दिन में दिखना शुरू हो जाएगा।
तो दोस्तों, DXN स्पिरुलिना के बारे में यह आर्टिकल आपको कैसा लगा हमें जरूर बताएं नीचे कमेन्ट बॉक्स में, यदि आपके पास इस विषय से जुड़ा कोई सवाल या सुझाव है तो उसे भी लिखना न भूलें, धन्यवाद 🙂