Cibil Score Kya Hota Hai In Hindi, जब भी बैंक से या किसी क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाइ करते है तो सबसे पहले सिबील स्कोर को देखा जाता है, बिना अच्छे सिबील स्कोर के आज के समय में लोन या क्रेडिट कार्ड मिलन मुश्किल हो जाता है।
Helllo Friends, स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग पर आज हम बात करने जा रहे है सिबिल स्कोर के बारे में…. सिबिल स्कोर क्या होता है, यह क्यों जरूरी होता है साथ ही इससे संबंधित कुछ जरूरी चीजों के बारे में भी बात करेंगे।
Cibil Score Kya Hota Hai –
जब भी आप किसी भी बैंक के क्रेडिट कार्ड का प्रयोग करते है या पहली बार लोन के लिए अप्लाइ करते है तो बैंक के द्वारा तय की गई लिमिट तथा आपके द्वारा कार्ड के प्रयोग के आधार पर हर महीने एक स्कोर निर्धारित किया जाता है, जिसे क्रेडिट स्कोर कहा जाता है।
क्रेडिट स्कोर जितना ज्यादा होता है, यह उतना ही अच्छा माना जाता है, अच्छे क्रेडिट स्कोर से आप कहीं पर लोन लेना चाहें या किसी दूसरे बैंक के क्रेडिट कार्ड को लेना चाहें तो आसानी से ले सकते है।
क्रेडिट स्कोर देने का काम क्रेडिट ब्यूरो करते है ये एक आरबीआई के द्वारा रजिस्टर्ड कंपनियां होती है, जो कि उधर लेने वाले ग्राहकों को एक स्कोर देती है, चाहे वह कोई ग्राहक हो या कोइ कंपनी हो।
इसी क्रेडिट स्कोर के आधार पर किसी भी व्यक्ति या बिजनेस की फाइनेंसियल कंडीशन को आँका जाता है।
आरबीआई ने भारत में कुछ संस्थानों को इस काम के लिए अप्रूवल दिया है, इनमें से सिबिल भी (CIBIL) एक संस्था है।
CIBIL का फुल फॉर्म “क्रेडिट इन्फॉर्मेशन ब्यूरो इंडिया लिमिटेड” (Credit Information Bureau of India Limited) होता है, यह कंपनी भारत के ही नागरिक और संगठनों का क्रेडिट से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी का रिकॉर्ड रखती है।
इन सभी संस्थानों के द्वारा बनाए गए क्रेडिट स्कोर को अलग-अलग नामों से जाना जाता है, इनमें CIBIL के द्वारा बनाए गए क्रेडिट स्कोर, सिबील स्कोर के नाम से जाना जाता है।
अपने ऐल्गरिदम से किसी भी क्रेडिट कार्ड धारक का उसके प्रयोग के आधार पर एक क्रेडिट स्कोर निर्धारित करती है।
CIBIL के द्वारा बनाए गए स्कोर को सिबील स्कोर के नाम से जाना जाता है और आमतौर भारत में इसी कंपनी के क्रेडिट स्कोर के बारे में लोग ज्यादा जानते है, इसलिए लोग क्रेडिट स्कोर को सिबील स्कोर के नाम से ही बुलाते है।
सिबील यूजर्स के क्रेडिट स्कोर को मापने के लिए पिछले दो साल के फाइनेंशियल डेटा को देखता है, जिसके बाद अपनी कैलकुलेशन के आधार पर एक स्कोर देता है।
आमतौर पर सभी क्रेडिट ब्यूरो के स्कोर में आपको 25 से 50 पॉइंट तक का डिफरेंस देखने को मिलता है
अलग-अलग संस्थान किसी भी यूजर के क्रेडिट स्कोर को तय करने के लिए अपने-अपने ऐल्गरिदम और पैरामीटर का प्रयोग करते है, इसलिए एक ही व्यक्ति के क्रेडिट स्कोर अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर अलग-अलग होते है।
Cibil Score Kitna Hona Chahiye –
सिबिल स्कोर 300 से 900 के बीच में कही भी हो सकता है, यदि किसी क्रेडिट कार्ड धारक का सिबिल स्कोर 300 है तो इसे खराब स्कोर माना जाता है, वही 750 से ऊपर का स्कोर Good और 800 के ऊपर Excelent माना जाता है।
सिबिल स्कोर क्यों जरूरी है –
जैसा कि हमने पहले भी बताया है, कि किसी व्यक्ति का सिबिल स्कोर बनाने के लिए क्रेडिट ब्यूरो खुद के द्वारा बनाए गए एल्गोरिथ्म का प्रयोग करते है।
ये ब्यूरो किसी भी यूजर के खर्च और लेन-देन का हिसाब रखते है और इसका कैलकुलेशन करके एक स्कोर निर्धारित करते है।
ये स्कोर यूजर की कई सारी चीजों को बताता है जैसे – टाइम पर पेमेंट, खर्च करने का तरीका, क्रेडिट कार्ड की संख्या, बकाया राशि, क्रेडिट कार्ड की संख्या और भी बहुत कुछ।
ये सारी चीजें कैलकुलेट करने के बाद ब्यूरो, यूजर को एक स्कोर देते है, यह स्कोर जितना ज्यादा होगा उस व्यक्ति के डिफ़ॉल्ट होने के चांस उतने ही कम होते है।
यही कारण है कि आमतौर पर सभी बैंक किसी भी प्रकार का लोन देने से पहले क्रेडिट स्कोर जरूर चेक करते है, जिसमें एक अच्छा सिबिल स्कोर आपको लोन या क्रेडिट कार्ड दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
Cibil Score Kaise Banta Hai –
व्यक्तिगत तौर पर किसी यूजर के लिए सिबिल स्कोर दो तरीकों से बनाया जा सकता है, जो कुछ इस प्रकार है….
Credit Card –
जब भी आप क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाइ करते है तो सबसे पहले आपका सिबिल स्कोर हो देखा जाता है, लेकिन यदि आपका सिबिल स्कोर नहीं बना है तो ऐसे में सिक्योर क्रेडिट कार्ड के जरिए आप अपना सिबिल स्कोर बना सकते है।
Pay Later –
आजकल बहुत से NBFC मौजूद है तो Buy Now Pay Later की सुविधा देते है, पे लेटर भी क्रेडिट कार्ड के जैसा ही होता है, लेकिन इसको केवल वही यूज किया जा जा सकता है जिस NBFC के द्वारा दिया जाता है।
जैसे – फ्लिपकार्ट पे लेटर का प्रयोग आप फ्लिपकार्ट पर शॉपिंग करने के लिए यूज कर सकते है, पेटीएम पोस्टपेड का प्रयोग आप किसी को पैसे भेजने या शॉपिंग करने के लिए कर सकते है।
इसकी सबसे अच्छी बात ये है कि यहाँ पर आपको खर्च करने की लिमिट बिना किसी सिबिल स्कोर के भी मिल जाती है।
तो यदि आप किसी भी NBFC के पे लेटर के लिए अप्लाइ करते है और आपको अप्रूवल मिल जाता है तो आपका सिबिल स्कोर भी जनरेट हो जाता है।
और एक बार जब स्कोर बन जाता है तो जैसे-जैसे आप उस पे लेटर अकाउंट को अच्छे से यूज करते है तो आपका सिबिल स्कोर भी बढ़ता जाता है।
और जब आपका सिबिल स्कोर ठीक-ठाक हो जाए तो किसी क्रेडिट कार्ड या लोन के लिए अप्लाइ कर सकते है।
Summary –
Cibil Score Kya Hota Hai इसके बारे में यह जानकारी आपको कैसी लगी हमें जरूर बताएं और यदि आपके पास क्रेडिट कार्ड से संबंधित कोई भी सवाल या सुझाव है तो उसे भी जरूर लिखें, धन्यवाद 🙂